राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन

किसान मित्रों, रासायनिक खेती के दुष्परिणामों से आज हम सभी वाकिफ हैं. मिट्टी की उर्वरता कम होना, फसल पैदावार घटना और लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ता है. इसीलिए आज जरूरत है ऐसी खेती पद्धति की जो पर्यावरण के अनुकूल हो और किसानों को अच्छी आमदनी भी दे. इसी उद्देश्य से भारत सरकार ने राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (National Mission on Natural Farming – NMNF) की शुरुआत की है. आइए जानते हैं कि ये मिशन किसानों की कैसे मदद कर रहा है.

क्या है राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन? (What is National Mission on Natural Farming?)

राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका लक्ष्य रासायनिक खेती को कम करके प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना है. ये मिशन किसानों को जैविक खेती (Organic Farming) से अलग, प्राकृतिक खेती (Natural Farming) के सिद्धांतों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है.

प्राकृतिक खेती और जैविक खेती में अंतर (Difference between Natural Farming and Organic Farming):

जैविक खेती में रासायनिक खादों और कीटनाशकों के इस्तेमाल को रोका जाता है, लेकिन जैविक खादों का प्रयोग किया जाता है. वहीं, प्राकृतिक खेती में किसी भी बाहरी इनपुट का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. गोबर, गोमूत्र, गौ-किसान (देशी गाय), नीम की पत्तियां आदि जैव विविधता का उपयोग कर खेत में ही प्राकृतिक खाद और कीट नियंत्रण के तरीके अपनाए जाते हैं.

राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन में हुए हालिया बदलाव (Recent Updates in National Mission on Natural Farming):

  • वित्तीय सहायता में वृद्धि (Increased Financial Assistance): पहले इस योजना के तहत किसानों को प्रति हेक्टेयर 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता तीन साल के लिए दी जाती थी. हालिया बदलावों के अनुसार, अब ये सहायता राशि बढ़ाकर प्रति हेक्टेयर 15,000 रुपये कर दी गई है.
  • क्लस्टर आधारित दृष्टिकोण (Cluster Based Approach): मिशन अब क्लस्टर आधारित दृष्टिकोण को अपना रहा है. इसमें 50 से अधिक किसानों का एक समूह बनाया जाता है, जिन्हें प्राकृतिक खेती के तरीके सीखने और अपनाने में एक-दूसरे का सहयोग मिलता है.
  • वेब पोर्टल लॉन्च (Web Portal Launch): सरकार ने एक वेब पोर्टल https://naturalfarming.dac.gov.in/ भी लॉन्च किया है, जहां से किसान योजना से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, अपना पंजीकरण करा सकते हैं और मिशन से जुड़ी अन्य गतिविधियों के बारे में भी अपडेट रह सकते हैं.

राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के लाभ (Benefits of National Mission on Natural Farming):

इस मिशन के कई फायदे हैं, जिनमें से कुछ मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:

  • मिट्टी की उर्वरता में सुधार (Improvement in Soil Fertility): प्राकृतिक खेती से मिट्टी की सेहत अच्छी होती है और दीर्घकालिक लाभ मिलता है.
  • लागत में कमी (Reduction in Cost): रासायनिक खाद और कीटनाशकों पर होने वाला खर्च कम हो जाता है.
  • उत्पाद की गुणवत्ता में वृद्धि (Increased Quality of Produce): रासायनिक अवशेष रहित, स्वस्थ उत्पाद मिलता है, जिससे बाजार में अच्छी कीमत मिलती है.

पर्यावरण संरक्षण (Environmental Protection):

रासायनिक प्रदूषण कम होता है.

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