Coconut Palm Insurance Scheme

भारत में नारियल की खेती तटीय क्षेत्रों की आर्थिक रीढ़ मानी जाती है. लेकिन प्राकृतिक आपदाओं और बीमारियों से नारियल के पेड़ों को नुकसान होने का खतरा भी रहता है. ऐसे में किसानों की फसल सुरक्षा के लिए भारत सरकार ने नारियल  बीमा योजना (Coconut Palm Insurance Scheme – CPIS) चलाई है. आइए जानते हैं कि ये योजना आपकी फसल को किस तरह सुरक्षित रखती है

क्या है नारियल पाल बीमा योजना? (What is Coconut Palm Insurance Scheme?)

नारियल पाल बीमा योजना भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य नारियल किसानों को प्राकृतिक आपदाओं और बीमारियों से होने वाले नुकसान की आर्थिक भरपाई देना है. इस योजना के तहत बीमित नारियल के पेड़ों को किसी भी प्रकार की क्षति होने पर बीमा राशि मिलती है.

नारियल पाल बीमा योजना में हालिया अपडेट (Recent Updates in Coconut Palm Insurance Scheme):

योजना में कुछ समय पहले कुछ बदलाव किए गए हैं, जिनके बारे में जानना आपके लिए जरूरी है:

  • प्रीमियम सब्सिडी में बदलाव (Changes in Premium Subsidy): पहले केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर प्रीमियम सब्सिडी देती थीं. अब, केंद्र सरकार 50% सब्सिडी देती है, जबकि शेष राशि राज्य सरकार या किसान संघों द्वारा वहन की जा सकती है. कुछ राज्यों में किसानों को 50% प्रीमियम का भुगतान स्वयं करना पड़ सकता है.
  • बीमित आयु वर्ग में बदलाव (Changes in Insured Age Group): पहले योजना के तहत 4 से 15 साल तक के नारियल के पेड़ों का बीमा किया जाता था. अब बीमित आयु वर्ग को बढ़ाकर 16 से 60 साल कर दिया गया है.

योजना के तहत मिलने वाला बीमा कवर (Insurance Coverage under the Scheme):

 प्राकृतिक आपदाओं जैसे तूफान, आंधी, बिजली गिरने, ज्वारभाटा, और बीमारियों से होने वाले नुकसानों का बीमा कवर मिलता है. बीमा राशि नारियल के पेड़ की उम्र और बीमित राशि के आधार पर तय होती है.

नारियल बीमा योजना के लाभ (Benefits of Coconut Palm Insurance Scheme):

इस योजना के कई फायदे हैं, जिनमें से कुछ मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:

  • आर्थिक सुरक्षा (Financial Security): प्राकृतिक आपदा या बीमारी से पेड़ों को होने वाले नुकसान की भरपाई मिलती है.
  • बैंकों से ऋण प्राप्त करने में सहायता (Assistance in Getting Loans from Banks): बीमाकृत किसानों को बैंकों से ऋण प्राप्त करने में आसानी होती है.
  • मन की शांति (Peace of Mind): बीमा होने से किसानों को फसल खराब होने की चिंता कम रहती है.

आप कैसे उठा सकते हैं नारियल पाल बीमा योजना का लाभ? (How to avail benefits of Coconut Palm Insurance Scheme?)

अगर आप नारियल किसान हैं और इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आप ये आसान steps फॉलो कर सकते हैं:

  1. अपने क्षेत्र के कृषि विभाग कार्यालय या निकटतम Krishi Vigyan Kendra (KVK) से संपर्क करें.
  2. वहां से नारियल पाल बीमा योजना से जुड़ी जानकारी प्राप्त करें और आवेदन फॉर्म लें.
  3. फॉर्म भरते समय अपने नारियल के पेड़ों की संख्या, उम्र और बीमित राशि का विवरण दें.
  4. निर्धारित प्रीमियम का भुगतान करें (आपके राज्य के अनुसार सब्सिडी घटाकर).
  5. भरे हुए फॉर्म और जरूरी दस्तावेजों को कृषि विभाग कार्यालय में जमा करें.
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